Home Loan EMI – अगर आप भी हर महीने किराया देते-देते थक चुके हैं और सोचते हैं कि एक बार घर खरीद लिया जाए, तो बहुत से सवाल आपके दिमाग में जरूर घूमते होंगे। सबसे बड़ा सवाल यही कि “मेरी सैलरी के हिसाब से घर लेना ठीक रहेगा या नहीं?” चलिए आज इसी सवाल का एकदम आसान और साफ-सुथरा जवाब देते हैं।
EMI बनाम सैलरी का सीधा रिश्ता
घर खरीदने की सोच है तो सबसे पहले आपको अपनी सैलरी और उस पर पड़ने वाले EMI के भार को समझना होगा। ये एक Thumb Rule है कि आपकी EMI, आपकी सैलरी का 20 से 25 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसका मतलब यह है कि अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये महीना है, तो आपकी EMI 20,000 से 25,000 रुपये तक होनी चाहिए। इससे ज्यादा अगर आप EMI में डालते हैं, तो बाकी खर्चों के लिए आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
उदाहरण से समझिए – कितना लोन, कितनी EMI?
मान लीजिए आपको ₹25 लाख का लोन चाहिए और बैंक आपको 8.5% ब्याज दर पर 20 साल के लिए लोन देता है। ऐसे में आपकी मासिक EMI करीब ₹21,600 के आस-पास होगी। अब अगर आप चाहते हैं कि ये EMI आपकी इनकम का सिर्फ 20% हिस्सा हो, तो आपकी मासिक सैलरी लगभग ₹1,00,000 होनी चाहिए।
यानी ₹1 लाख की सैलरी पर ₹25 लाख का लोन लेने में दिक्कत नहीं आएगी। पर अगर आपकी सैलरी इससे काफी कम है और आप फिर भी बड़ा लोन ले लेते हैं, तो आने वाले सालों तक आपकी जेब पर बहुत भारी असर पड़ सकता है।
क्या ₹50,000 सैलरी में होम लोन लेना बेवकूफी है?
बिलकुल नहीं। लेकिन लोन की राशि और EMI को लेकर होशियारी दिखानी जरूरी है। अगर आपकी सैलरी ₹50,000 है, तो आप लगभग ₹10,000 तक की EMI आराम से मैनेज कर सकते हैं। यानी आप ₹10-12 लाख के घर के लिए लोन लेने की प्लानिंग कर सकते हैं।
पर अगर आप ₹50,000 की इनकम पर ₹25 लाख का लोन लेने की सोच रहे हैं, तो यह वित्तीय रूप से रिस्की हो सकता है। इससे आपकी जिंदगी में बहुत सी चीजों पर असर पड़ेगा – जैसे बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल खर्च, इमरजेंसी फंड आदि।
क्यों जरूरी है सही EMI का चुनाव?
लोन लेना जितना आसान लगता है, उसे चुकाना उतना ही मुश्किल हो सकता है अगर आपने शुरुआत से ही सैलरी और EMI का सही संतुलन नहीं बनाया। एक बार अगर EMI भारी पड़ने लगी, तो न सिर्फ आपकी सेविंग्स खत्म हो सकती हैं, बल्कि क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है।
इसलिए सोच-समझकर लोन लें, EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें, और ये जरूर सोचें कि अगर आपकी नौकरी चली जाए या सैलरी देर से आए तो आप क्या करेंगे? एक छोटा, समझदारी से लिया हुआ लोन लंबे समय तक शांति देता है।
अपनी सैलरी के हिसाब से लोन लें
अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- EMI, सैलरी का 20-25% से ज्यादा न हो
- पहले 6 महीने की EMI का फंड सेविंग में तैयार रखें
- क्रेडिट स्कोर अच्छा रखें ताकि बैंक कम ब्याज पर लोन दे सके
- कोई और लोन (कार, पर्सनल आदि) चल रहा है तो पहले उसे खत्म करें
- डाउन पेमेंट ज्यादा कर सकते हैं तो करें, इससे EMI कम होगी
घर खरीदना लाइफ का सबसे बड़ा फाइनेंशियल डिसीजन होता है। इसीलिए इसमें कोई जल्दबाज़ी या दिखावे की वजह से कदम नहीं उठाना चाहिए। अगर आप सही समय पर, सही राशि का लोन लेते हैं, तो EMI कभी बोझ नहीं बनेगी।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। होम लोन से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने फाइनेंशियल सलाहकार से सलाह लें और बैंक की लोन शर्तों को अच्छे से समझ लें। किसी भी लोन को लेने से पहले EMI, ब्याज दर, और डाउन पेमेंट पर पूरी रिसर्च करें।